सनातन धर्म के अध्ययन हेतु वेद-- कुरआन पर अाधारित famous-book-ab-bhi-na-jage-to
जिस पुस्तक ने उर्दू जगत में तहलका मचा दिया और लाखों भारतीय मुसलमानों को अपने हिन्दू भाईयों एवं सनातन धर्म के प्रति अपने द़ष्टिकोण को बदलने पर मजबूर कर दिया था उसका यह हिन्दी रूपान्तर है, महान सन्त एवं आचार्य मौलाना शम्स नवेद उस्मानी के धार्मिक तुलनात्मक अध्ययन पर आधारति पुस्तक के लेखक हैं, धार्मिक तुलनात्मक अध्ययन के जाने माने लेखक और स्वर्गीय सन्त के प्रिय शिष्य एस. अब्दुल्लाह तारिक, स्वर्गीय मौलाना ही के एक शिष्य जावेद अन्जुम (प्रवक्ता अर्थ शास्त्र) के हाथों पुस्तक के अनुवाद द्वारा यह संभव हो सका है कि अनुवाद में मूल पुस्तक के असल भाव का प्रतिबिम्ब उतर आए इस्लाम की ज्योति में मूल सनातन धर्म के भीतर झांकने का सार्थक प्रयास हिन्दी प्रेमियों के लिए प्रस्तुत है, More More More
Wednesday, March 10, 2010
अपने लिए और आप सभी के लिए प्रभु से आशीष की कामना करता हूं । god bless you brother
अज़ीज़ भाई सलीम ख़ान साहब
आपने मेरी हौसला अफ़जाई की । इसके लिए मैं आपका तहे दिल से मशकूर हूं । लेकिन मैं अर्ज़ करना चाहूंगा कि मैं कोई युद्ध नहीं कर रहा हूं बल्कि हिन्दी वेब दुनिया पर बसने वाली मकड़ियों के जालों की , महाजालों की सफ़ाई मा़त्र कर रहा हूं । मकड़ियों के जाले क़िले नहीं कहलाते और न ही उन पर किसी चढ़ाई की ही ज़रूरत हुआ करती है । इनके लिए तो बस ...
और अगर इसे युद्ध भी समझा जाए तो इसकी मुशाबिहत हॉलीवुड फिल्म मैट्रिक्स से की जा सकती है । जिसमें कुछ ताक़ते लोगों को ज़हनी तौर पर अपना गुलाम बनाये रखना चाहती हैं और वे उन लोगों के सफ़ाये का मन्सूबा बनाती हैं जो लोगों को उनके ‘ तिलिस्म से आज़ाद कराने के लिए संघर्ष करते हैं । लेकिन न तो यह पूरी तरह मैट्रिक्स है और न ही यहां के सभी लोग अपनी अक्ल बन्द किये बैठे हैं ।
इसलिए इन्शा अल्लाह जल्दी ही नफ़रतें ख़त्म होंगी और हमारी दुनिया में अमन का सूरज चमकेगा । हमदर्दी की हवाएं भी चलेंगी और ये पवित्र पुण्य भूमि मुहब्बत की खुश्बुओं से भी महकेगी ।
मुझे मालिक से पूरी उम्मीद है कि जो आज तल्ख़ियां दिखा रहे हैं कल मुहब्बतें दिखाने में वही आगे होंगे । अल्लाह हमें इन सभी भाइयों और बहनों के साथ ईमान की दौलत अता करे और सदा के लिए आनन्द लोक स्वर्ग जन्नत में आबाद करे । और उससे पहले पहले भी हम सबको इसी धरा पर स्वर्ग सुख प्रदान करे ।
पवित्र वेदों में भी इस भाव की बहूत सी प्रार्थनाएं आई हैं और पवित्र कुरआन में भी । आओ इन पवित्र मन्त्रों और दुआओं को साकार करने लिए अपनी हद भर सबके साथ मिलकर प्रयास करें ।सभी पाठक बन्धुओं का बहुत बहुत आभार ।
अपनी राय से हमें ज़रूर नवाज़िये ?
आपने मेरी हौसला अफ़जाई की । इसके लिए मैं आपका तहे दिल से मशकूर हूं । लेकिन मैं अर्ज़ करना चाहूंगा कि मैं कोई युद्ध नहीं कर रहा हूं बल्कि हिन्दी वेब दुनिया पर बसने वाली मकड़ियों के जालों की , महाजालों की सफ़ाई मा़त्र कर रहा हूं । मकड़ियों के जाले क़िले नहीं कहलाते और न ही उन पर किसी चढ़ाई की ही ज़रूरत हुआ करती है । इनके लिए तो बस ...
और अगर इसे युद्ध भी समझा जाए तो इसकी मुशाबिहत हॉलीवुड फिल्म मैट्रिक्स से की जा सकती है । जिसमें कुछ ताक़ते लोगों को ज़हनी तौर पर अपना गुलाम बनाये रखना चाहती हैं और वे उन लोगों के सफ़ाये का मन्सूबा बनाती हैं जो लोगों को उनके ‘ तिलिस्म से आज़ाद कराने के लिए संघर्ष करते हैं । लेकिन न तो यह पूरी तरह मैट्रिक्स है और न ही यहां के सभी लोग अपनी अक्ल बन्द किये बैठे हैं ।
इसलिए इन्शा अल्लाह जल्दी ही नफ़रतें ख़त्म होंगी और हमारी दुनिया में अमन का सूरज चमकेगा । हमदर्दी की हवाएं भी चलेंगी और ये पवित्र पुण्य भूमि मुहब्बत की खुश्बुओं से भी महकेगी ।
मुझे मालिक से पूरी उम्मीद है कि जो आज तल्ख़ियां दिखा रहे हैं कल मुहब्बतें दिखाने में वही आगे होंगे । अल्लाह हमें इन सभी भाइयों और बहनों के साथ ईमान की दौलत अता करे और सदा के लिए आनन्द लोक स्वर्ग जन्नत में आबाद करे । और उससे पहले पहले भी हम सबको इसी धरा पर स्वर्ग सुख प्रदान करे ।
पवित्र वेदों में भी इस भाव की बहूत सी प्रार्थनाएं आई हैं और पवित्र कुरआन में भी । आओ इन पवित्र मन्त्रों और दुआओं को साकार करने लिए अपनी हद भर सबके साथ मिलकर प्रयास करें ।सभी पाठक बन्धुओं का बहुत बहुत आभार ।
अपनी राय से हमें ज़रूर नवाज़िये ?
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2 comments:
nice post
sahi kaha aapne bhai.....
i will call u soon !!!!
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