A comparative study of Holy Scriptures by Swami Laxmishankarachary in Hindi.
(१) संतोषं परमं सुखम् ।(२) धीरज धरम मित्र अरु नारी, आपद काल परखिये चारी । (गोस्वामी तुलसीदास)
RELIGION IS THE OPIUM OF MASS
@ माधव - जिसने रेलिजन को अफीम कहा उसने और भी बड़े-बड़े 'सिद्धान्त' दिये थे - वे सौ-डेढ़ सौ वर्षों के अन्दर ही 'फेल' हो गये।
क्या खूब कहा मौलाना ने अन्धा आदमी wise planning नहीं कर पाता
वाकई नफरत में अन्धा wise planning नहीं कर सकता, गिरि जी का सौभाग्य वह ऐसे ज्ञानी पुरूष की महफिल में शरीक हो सके
आज की पोस्ट Nice post.
मुख्तसर लिखा ,अच्छा लिखा
Good
Nice Post to be followed
उम्दा जानकारी
वाकई सब्र मे बड़ी ताकत है
call me 1280912809indonesia
vaqi sabr men badi taqat he
GOOD POST
अगर आप को सुकून चाहिए तो सब्र करो ,अगर सब्र चाहिए तो इस्लाम क़ुबूल करो |
आतिर भाई ! क्या आज आप करेले के बजाय जलेबी खाकर बोल रहे हो ?
अनवर जी आपने छोटी सी बात में बड़ा सन्देश दे दिया है.... लेकिन आपके लेख तो हमेशा बड़े होते हैं, फिर आज इतना छोटा सा क्यों?;-)
great!!!!!!!!
(१) संतोषं परमं सुखम् ।
ReplyDelete(२) धीरज धरम मित्र अरु नारी,
आपद काल परखिये चारी ।
(गोस्वामी तुलसीदास)
RELIGION IS THE OPIUM OF MASS
ReplyDelete@ माधव - जिसने रेलिजन को अफीम कहा उसने और भी बड़े-बड़े 'सिद्धान्त' दिये थे - वे सौ-डेढ़ सौ वर्षों के अन्दर ही 'फेल' हो गये।
ReplyDeleteक्या खूब कहा मौलाना ने अन्धा आदमी wise planning नहीं कर पाता
ReplyDeleteवाकई नफरत में अन्धा wise planning नहीं कर सकता,
ReplyDeleteगिरि जी का सौभाग्य वह ऐसे ज्ञानी पुरूष की महफिल में शरीक हो सके
आज की पोस्ट Nice post.
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ReplyDeleteअगर आप को सुकून चाहिए तो सब्र करो ,अगर सब्र चाहिए तो इस्लाम क़ुबूल करो |
ReplyDeleteआतिर भाई ! क्या आज आप करेले के बजाय जलेबी खाकर बोल रहे हो ?
ReplyDeleteअनवर जी आपने छोटी सी बात में बड़ा सन्देश दे दिया है....
ReplyDeleteलेकिन आपके लेख तो हमेशा बड़े होते हैं, फिर आज इतना छोटा सा क्यों?
;-)
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