tag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post5379039580864757062..comments2023-10-18T23:46:43.430+05:30Comments on Ved Quran: Osho ओशो एक स्पष्टवादी लेकिन बहुत रहस्यमय आदमी थे। एक बेहतरीन क़ाबिलियत रखने वाले आदमी। उनसे वह अमेरिका भी थर्रा गया जिससे दुनिया भी थर्राती हैDR. ANWER JAMALhttp://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-52860832601820311532010-11-30T20:24:47.259+05:302010-11-30T20:24:47.259+05:30@ Zeal. I don;t think you have read Osho. and I re...@ Zeal. I don;t think you have read Osho. and I resepctfully advise not to compare his teachings with those of Bhagwad Geeta. Both are not comparable. For knowing Osho, you will have to read what he narrated or wrote. I HAVE READ GEETA AND OSHO BOTH AND I CAN SAY WITH AUTHORITY THAT BOTH ARE NOT AT ALL COMPARABLESanjeevhttps://www.blogger.com/profile/05865346251263788459noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-2665776099457908642010-11-30T20:24:45.655+05:302010-11-30T20:24:45.655+05:30@ Zeal. I don;t think you have read Osho. and I re...@ Zeal. I don;t think you have read Osho. and I resepctfully advise not to compare his teachings with those of Bhagwad Geeta. Both are not comparable. For knowing Osho, you will have to read what he narrated or wrote. I HAVE READ GEETA AND OSHO BOTH AND I CAN SAY WITH AUTHORITY THAT BOTH ARE NOT AT ALL COMPARABLESanjeevhttps://www.blogger.com/profile/05865346251263788459noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-36394619236535733652010-11-09T21:18:26.587+05:302010-11-09T21:18:26.587+05:30जानते सब हैं लेकिन डर के मारे चुप हैं बस ईमान वाला...जानते सब हैं लेकिन डर के मारे चुप हैं बस ईमान वाला ही बोलेगा या वह जो ईमान वालों का साथी होगा .<br />ध्यान 'अपना' रखना.<br />good post .HAKEEM YUNUS KHANhttps://www.blogger.com/profile/11947101320031096515noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-71939038379563175392010-11-09T21:17:04.767+05:302010-11-09T21:17:04.767+05:30This comment has been removed by the author.HAKEEM YUNUS KHANhttps://www.blogger.com/profile/11947101320031096515noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-47551990581688026912010-11-09T21:15:58.979+05:302010-11-09T21:15:58.979+05:30हमें अगर ठस्से से जीना है तो आपस में एका करना होगा...हमें अगर ठस्से से जीना है तो आपस में एका करना होगा। दोस्त को दोस्त और दुश्मन को दुश्मन के रूप में पहचानना सीखना होगा।HAKEEM YUNUS KHANhttps://www.blogger.com/profile/11947101320031096515noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-62103036187589529052010-11-09T20:32:51.506+05:302010-11-09T20:32:51.506+05:30@ बहन दिव्या जी ! हम ओशो जी के विचारों से असहमति ...@ बहन दिव्या जी ! हम ओशो जी के विचारों से असहमति जता सकते हैं लेकिन उनके साथ अमेरिका में जो अन्याय हुआ उसकी तरफ zuroor ध्यान दिया जाना चाहिए .<br />२२ बंधक नौजवानों की तरफ तो ज़ुरूर ही . मेरा नया लेख भी इसी ब्लॉग वेद क़ुरआन पर है कृपया ज़ुरूर देखें .DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-53635164394275763472010-11-09T20:16:15.779+05:302010-11-09T20:16:15.779+05:30.
डॉ अनवर जमाल ,
जहाँ तक लेख की बात है, बहुत अच्....<br /><br />डॉ अनवर जमाल ,<br /><br />जहाँ तक लेख की बात है, बहुत अच्छा लिखा है।<br /><br />अब बात करते हैं तथ्यों की। ओबामा को अपना समझना , भारत के लिए नुकसान दायक है । वो कभी भारत की बेहतरी नहीं सोच सकता । भारत आकर , गांधी और विवेकानंदा के बारे में शौर्य गाथा गाकर , अपना सम्मान करवा लिया बस । वो न तो भारत के हैं, न ही पाकिस्तान के। बस दोनों ही देशों को लोलीपोप थमाकर अपने से मिलाये रखना चाहते हैं। ये इनकी strategy है।<br /><br />भारत हो या पाकिस्तान , तरक्की अपने दम पर ही कर सकता है । ऐसे मौकापरस्त मेहमानों की तीन दिवसीय यात्रा से कुछ नहीं होने वाला !<br /><br />जहाँ तक ओशो की बात है , वो एक दार्शनिक , तथा चिन्तक थे जिनकी विचारधारा से मैं जरा भी प्रभावित नहीं हूँ। क्यूंकि जिसने एक बार भी भगवद गीता पढ़ लिया है , उसको छोटे-मोटे दार्शनिकों की आवश्यकता नहीं रह जाती।<br /><br />गीता न सिर्फ धर्म ग्रन्थ है, अपितु , जीवन कैसे जीना है ये भी बताती है। गीता जैसे ग्रन्थ हमें हर युग में जीवन जीने की कला सिखाती है। आज जिसे देखो वही आर्ट ऑफ़ लिविंग सीख रहा है। हर ऐरा गैरा आर्ट ऑफ़ लिविंग की पाठशाला लगाए है गली-गली। अरे भागवद गीता मैं सब कुछ है। उसे पढने के बाद ओशो वगैरह obsolete हो जाते हैं।<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-52894352634438638392010-11-09T20:05:52.830+05:302010-11-09T20:05:52.830+05:30धर्म संस्कार प्रयोग पहेली (१) मुस्लिम मर्द में वह ...धर्म संस्कार प्रयोग पहेली (१) मुस्लिम मर्द में वह क्या खास है जो औरत के नाज़ुक अंग को गर्भाशय के कैंसर से बचाता है है और सदा संतुष्ट करता है ?<br />(२) अगर ज्ञान रखते हो तो बताओ कि वेदों के कितने समय बाद दर्शनों कि रचना हुई और कहाँ हुई ?<br />भारत में या तिब्बत में ?DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-3254246019067834492010-11-09T20:05:41.832+05:302010-11-09T20:05:41.832+05:30मैं तो पहले ही कह चूका हूँ की आर्य समाजियों को सभ्...मैं तो पहले ही कह चूका हूँ की आर्य समाजियों को सभ्य लोगों में बात करने तक की तमीज नहीं होती . आप मेरी बात को ही सच साबित कर रहे हो .<br />भाई साहब अगर आपको गलियां देनी हैं तो कृपया मुझे दे लें , हुज़ूर का पाक नाम अपनी नापाक ज़बान पर न लायें .<br />अगर आपको गलियां खानी हैं तो आर्कुट में कोई नाला देख कर उसमें कूद पड़ें .<br />फर्जी प्रोफाइल बनाकर बहादुर बन रहे हैं जनाब . अपने सच्चे पते के साथ आओ पहले .<br />आज के बाद मैं आपकी फ़ालतू बकवास पब्लिश न करूँगा .DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-4579180598203914652010-11-09T18:32:14.989+05:302010-11-09T18:32:14.989+05:30This comment has been removed by a blog administrator.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-27738426879517611612010-11-09T18:24:54.320+05:302010-11-09T18:24:54.320+05:30This comment has been removed by a blog administrator.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-63048933898935970042010-11-09T18:21:24.851+05:302010-11-09T18:21:24.851+05:30दिव्या बहेन का नाम ले ले कर पोस्ट लिखें से को फायद...दिव्या बहेन का नाम ले ले कर पोस्ट लिखें से को फायदा नही है<br />क्यों की वो तुमारी बुधि स्तर को जान चुकी है<br /><br />तुम सही कहते हो तुम लोग ही असली आर्य समाजी हो<br />तभी तुमारे भाई बहन "नियोग" का इस्तेमाल कर रहे है<br /><br />तुम लोगो का अमेरिका के खिलाफ गुसा जायज है<br />अमरीका इस्लामी देशो की बजाने में लगा है वो<br />भी पाकिस्तान की मदद से<br />पर आप को क्यों तकलीफ है आप तो भारत में पूरी तरह महफूज है<br /><br />ओशो एक धर्म गुरु नही थे .फिलासफ़र थे जिनके बात का कोई तोड़ नही है किसी के पासAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-82184159563442559882010-11-09T17:16:51.991+05:302010-11-09T17:16:51.991+05:30हम तो हिन्दुस्तानी हैं अपनी बुद्धि का प्रयोग हमने...हम तो हिन्दुस्तानी हैं अपनी बुद्धि का प्रयोग हमने बहुत पहले बंद कर दिया था हमे जो नचाये वही हमारा असली बॉस , बुश ने खुलेआम कहा अब क्रुसेड ( ईसाईयों का धर्मयुद्ध) का वक़्त आगया है फिर भी ये दोगली मीडिया कुछ न बोली इसे आतंक के विरुद्ध युद्ध बताया , वो हमें मारे , मरवाए हमें नंगा करे , फिर भी हम उन्हें पूजते रहेंगे उनकी आवभगत करते रहेंगे , ये सब अधिकांश मीडिया पर बाहरी तत्त्वों के हावी होने का परिणाम है , जल्द ही हम मानसिक तौर पर उनके गुलाम हो जायेंगे <br />dabirnews.blogspot.comTausif Hindustanihttps://www.blogger.com/profile/13794797683013534839noreply@blogger.com