tag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post3878800320285554866..comments2023-10-18T23:46:43.430+05:30Comments on Ved Quran: क्या काबा सनातन शिव मंदिर है ? Is kaba an ancient sacred hindu temple?DR. ANWER JAMALhttp://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comBlogger66125tag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-54188617959791832762016-02-01T17:57:07.674+05:302016-02-01T17:57:07.674+05:30Jatiwad k bare me kya khayal hai .Vedon me iske li...Jatiwad k bare me kya khayal hai .Vedon me iske liye kya hai.<br />Galat to hai hi, I know but proove it from Vedas.<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14988795581886201159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-5638196740392026852016-01-10T23:39:20.068+05:302016-01-10T23:39:20.068+05:30Bhai. Be good Bhai. Be good Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15787069747770798872noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-13468173542426779832014-04-13T23:49:19.388+05:302014-04-13T23:49:19.388+05:30ha kaba shiv ling hi
ling yani pehchan
"ALL...ha kaba shiv ling hi <br />ling yani pehchan <br />"ALLAH" ne ADAM se kaha zamin per <br />meri pehchan esthapit karo yani mera <br />gher banao. "ALLAH" ka gher yani KABA<br />shiv ling yani shiv ki pehchan<br />ling means not a panis<br />ADAM ne "ALLAH" ki pehchan us ka gher bana ker karae. ise liye sanatan dharam ka matlab hi jiska aadi na ant<br />hamesha se hi hamesha rahega.<br />ise liye "ALLAH" ne MANO (NOOH) ko nabi bana ker bheja. ke murti puja nahi<br />ki jai. or akhre avtar mahadev yani 'MOHAMMAD' sa ne kaba ko murti se<br />pak kia tha. hindu or muslim me furk itna hi ke hidu ke hath jure hue hi <br />or muslim ke hath khule hi.<br />hindu murti se mangta hi<br />muslim "ALLAH" se<br />he dono bhai bhai<br />hidu kachcha mal he<br />muslim pakka mal hi<br />dunya me aj tak sab se zada murti pujne<br />walo ne hi ISLAM kabool kia hi. or age bhi kerte rahege, Ameen.<br />HAQhttps://www.blogger.com/profile/15704056841769491867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-16570007138854968732013-08-07T20:41:26.356+05:302013-08-07T20:41:26.356+05:30Sahi kahaSahi kahaAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/03090309652458323079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-47288114075842392632012-03-01T16:47:14.531+05:302012-03-01T16:47:14.531+05:30Excellent, marvellous pice of work ANWAR BHAI. You...Excellent, marvellous pice of work ANWAR BHAI. Your patience, your work and your love for humanity is amazing. Only saffron zealots and fanatics will hate you. No problem, these uncivilized people don't even spare their mothers-sisters then how can u expect respect from them. Carry on your revolutionary work till every HINDU - MUSLIM realize that there is ONLY one God and not many. And God of hindus-muslims is same and ONE and his religion is also ONLY one.OneGod-OneWehttps://www.blogger.com/profile/01622922302145752321noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-39069443711024295062011-10-29T18:19:03.976+05:302011-10-29T18:19:03.976+05:30अच्छा होगा अगर आप शिव, मनु, स्वामी दयानंद (वेवकूफ ...अच्छा होगा अगर आप शिव, मनु, स्वामी दयानंद (वेवकूफ अश्लीलता फैलाने वाला गुरु) के बारे मैं लोगों को सच्चाई पहले बता दे, ना की उनमे सुधार करके आदर्श की तरह से पेश करे! <br /><br />कहीं ऐसा ना हो आप इनमे सुधार करते-करते थक जाए, और फिर लोग अश्लीलता के जाल मैं फस जाए! <br /><br />अच्छा होता आप सिर्फ अपने ब्लॉग में इस्लाम के बारे में सच्चाई पेश करे, जिसको सच पसंद होता है, वोह खुद बुराई और झूट से मूंह मोड़ लेता है! <br /><br />आप तो कृष्ण? राम? को भी मानते है, तो फिर इन्द्र, भस्मासुर, गणेश, हनुमान, शिव, जैसे काल्पनिक चरित्र को भी मानते होंगे, और अगर नहीं मानते तो फिर मुझे यह बताइये कि फिर इस कहानी में अब बचा ही क्या?<br /><br />आप चाहे तो इस कहानी में भी इन्द्र, भस्मासुर, गणेश, हनुमान, शिव, जैसे काल्पनिक चरित्र के बिना भी इस कहानी में जान डाल सकते है, क्योकि यह काल्पनिक कहानी भी एक इंसान ने ही लिखी है, जिसको देवत्व प्रधान कर दिया गया!<br /><br />आपके ब्लॉग कि अनेक पोस्ट काबिल-ए-तारीफ़ है!<br /><br />पर मेरी बात को समझे प्लीज़...,,, मैं कुछ आपत्तियों कि वजह से ही यह बात रख रहा हूँ!<br /><br />आप जिन कपटियों को समझाने कि कोशिस कर रहे है, अगर इनको सच कि पहचान होती तो कब के समझ जाते!<br /><br />और फिर कुरआन पाक क्या कहता है आप जानते तो है!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-6759176076771738772011-10-08T13:35:57.255+05:302011-10-08T13:35:57.255+05:30काबा के हजरे अस्वद की हकीकत
काबा का हजरे अस्वद एक...<b>काबा के हजरे अस्वद की हकीकत</b><br /><br />काबा का हजरे अस्वद एक निशानी है जिसे ईश्वर ने आदम अलैहिस्सलाम को तब दिया था जब कि उन्हें स्वर्ग से धरती पर भेजा गया था। <br />इस कथा को हरेक धर्म-मत के मानने वाले अपनी अपनी कल्पना के अनुसार बयान करते हैं।<br />उन सभी कथाओं को कुरआन और हदीस की रौशनी में पढा जाए तो सारी सच्चाई सामने आ जाती है।<br />कोई क्या मानता है ?<br />यह देखकर मुसलमानों को बिदकने की जरूरत नहीं है बल्कि अपने मुखातब और मदऊ की मानसिकता को और उसके रूझान को समझने की जरूरत है। इसी के बाद यह संभव हो पाएगा कि आप सच को उसकी भाषा में और उसके समझने लायक शब्दों में कह पाएं,<br />वर्ना वह अल्लाह के नाम से चिढता रहेगा और खुद ईश्वर का नाम लेता रहेगा।<br />ऐसे ही मुसलमान शिवलिंग का नाम सुनते ही झल्ला पडेगा और खुद यह मानता रहेगा कि यह एक पत्थर है जो कि बहुत से वाकयात की यादगार और उनका निशान है।<br />संस्कृत-हिंदी में 'शिव' का अर्थ 'कल्याण' करने वाला है और 'लिंग' का अर्थ 'चिन्ह' है।<br />इसका मतलब है शिव का चिन्ह यानि एक ऐसा चिन्ह जिसे देखकर शिव याद आए।<br />शिव नाम यहां ईश्वर के लिए भी आता है और सबसे पहले मनुष्य के लिए भी और हजरे अस्वद दोनों से ही जुडा है। यह ईश्वर से भी जुडा हुआ है और दुनिया के सबसे पहले आदमी से भी जो कि हम सबके बाप हैं।<br />यह हजरे अस्वद हमें याद दिलाता है कि हम सबका ईश्वर और हम सबका बाप एक है इसलिए हम सब आपस में एक ही परिवार हैं।<br />अतः कोई किसी को न सताए,<br />जितना हो सके सबका हम भला करें,<br />इसी से ईश्वर और हमारे मां-बाप खुश होंगे,<br />धर्म यही है।<br />इन बातों को एक तरफा होकर न सोचें,<br />सभी भाई-बहनों से हम यह विनती करते हैं,<br /><br />धन्यवाद !DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-4894997820817654492011-10-08T13:34:36.866+05:302011-10-08T13:34:36.866+05:30काबा का जिक्र संस्कृत में
दोस्तो ! काबा जमीन के के...<b> काबा का जिक्र संस्कृत में</b><br />दोस्तो ! काबा जमीन के केंद्र में स्थित है और दुनिया की बडी बडी जिन कौमों के धर्म ग्रंथों को हमने पढा है उनमें काबा का जिक्र मौजूद है।<br />जो कौम जिस भाषा को बोलती है, उस का नाम भी उसी भाषा में मिलेगा, यह स्वाभाविक बात है। काबा को अगर संस्कृत में तीर्थ और मंदिर कहा गया है तो इसमें कुछ भी अजीब या अनहोनी बात नहीं है।<br />ज्ञानी हिंदू जानते हैं कि ईश्वर एक है और उसकी कोई मूर्ति नहीं बनाई जा सकती और न ही वह जन्म लेता है और न ही वह कभी मरता है। इसके बावजूद आप देखेंगे कि हिंदुओं में मूर्ति पूजा का जबर्दस्त प्रचलन है। इससे पता चलता है कि हिंदू भाई धर्म की उन मूल मान्यताओं से बहुत दूर चले गए हैं, जो कि उन्हें सच्चे ऋषियों ने कभी बहुत पहले सिखाई थीं।<br />एक ही ईश्वर के बहुत से नामों में ब्रह्मा, विष्णु और शिव भी हैं।<br />बाद में हिंदुओं ने इन तीनों नामों से तीन अलग अलग देवता समझ लिए और जो जिस देवता को पूजता है, वह काबा को उसी देवता का मंदिर बता देता है।<br />ये तीन नाम आदमियों के भी हुए हैं और उनके किस्से भी देवताओं के किस्सों में जोड दिए और फिर बहुत सी बातें अपनी तरफ से झूठ ही गढ लीं जैसे कि शिव जी भांग पिया करते थे या उन्होंने जहर पीकर गले में रोक लिया था या कि वह भस्मासुर से डर कर भाग गये थे।<br />उनके नंगे रहने और नंगे होकर ही दूल्हा बनने की बातें भी ऐसी ही झूठी और मनघडन्त हैं और उनके लिंग के बारे में भी बहुत सी बातें झूठी बना लीं और फिर काबा के हजरे अस्वद को ले जाकर अपनी कल्पना से जोड दिया।DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-42797545650040405762011-10-07T17:27:59.787+05:302011-10-07T17:27:59.787+05:30क्या बकवास है यह सब? कावा में कोई शिवलिंग? नहीं है...क्या बकवास है यह सब? कावा में कोई शिवलिंग? नहीं है, भावनाओं में न वहें प्लीज़.........यह सफ़ेद झूट है, बिलकुल झूट....पाक जगह पर शिवलिंग? हा हा हा हा! <br />बंद करों यह बकवास और गन्दगी!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-6741613877020295102011-04-29T15:31:24.731+05:302011-04-29T15:31:24.731+05:30हजरे अस्वद (काला पत्थर) कि हक़ीक़त
चूँकि मेरा यह ...हजरे अस्वद (काला पत्थर) कि हक़ीक़त<br /><br />चूँकि मेरा यह ब्लॉग केवल अंतिम रसूल मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के जीवन के सत्य तथ्यों के बयान पर आधारित है अतः मैं किसी भी अतिरिक्त लेख से परहेज़ करता हूँ एवं कोशिश यह होती है कि आप के जीवन के उन्हीं तथ्वों को बयान करूँ जो सही रवायतों पर आधारित हैं लेकिन कुछ समय पूर्व मैंने हजरे अस्वद एवं काबा के बारे में कुछ नकारात्मक विचार वाले व्यतियों जिनका ज्ञान सरल तथा गलत विचारों एवं सोंच से भरपूर है के लेख तथा उनपर कमेंट्स पढ़ा इन आलेखों में ख़ास तौर से हजरे अस्वद के बारे में जो बकवास कि गई है वोह लेखक के मानसिक बिमारी का उदहारण है काबा तथा हजरे अस्वद का तअल्लुक़ किसी सनातन धर्म अथवा शिव या शिव लिंग से क्या हो सकता है ?दर असल लेखक ने झूटे इतिहास कारों की झूटी बातों पर भरोसा करके जिनका कोई अस्तित्व नहीं है एक अफसाना तराश कर लेख का रूप दे दिया है . ऐसे लोग जिन का ज्ञान सरल तथा कमज़ोर होता है जो सत्य असत्य में अंतर नहीं कर सकते और न ही करने की कोशिश करते हैं झूटी बातों को इतिहास का रूप देनें वाले इतिहासकारो की हर सच्ची झूटी बातों को सत्य समझ कर उसपर ईमान ले आते हैं, ठीक उस अबोध बच्चे की तरह जो दादी माँ की परियों तथा देवों की कथाओं को सच समझ बैठता है और दिनों रात उन्हीं के सपने देखा करता है<br />चूँकि हमारे इस्लाम धर्म में किसी भी धर्म का ठठा तथा उस से सम्बंधित किसी चीज़ का मजाक उड़ाना निषेध है इसलिए मैं सनातन अथवा शिव एवं शिवलिंग की सत्यता अथवा असत्यता के बारे में कुछ नहीं कहूंगा हाँ इतना ज़रूर है कि हमारे धर्म के बारे में जो असत्य तथा अन्याय पूर्ण बातें कही जाती हैं उनका उत्तर अवश्य दिया जाए! काबा कि हकीकत के बारे में मैं इस से पूर्व लिख चूका हूँ तथा मौक़ा मिला और अल्लाह ने चाहा तो मक्का फतह करने के बयान के समय लिखूंगा<br />अब निम्न में हजरे अस्वद के बारे में जो सत्यता है उसे बयान कर रहा हूँ इस यकीन के साथ कि जितना ब्यान कर रहा हूँ केवल उतना ही सत्य तथा कुरआन (इश्वर के बयान) एवं हदीस (नबी की बातों तथा कार्यों) से साबित है जिन्हें आप सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के प्यारे साथियों रज़ीअल्लाहोअन्हुम ने देखा , सुना ,समझा तथा ब्यान किया है बाक़ी सब बे सर पैर की बातें एवं अफ़साना है , अल्लाह हमें सही सोंच दे<br />हजरे अस्वद क्या है ? : हजरे अस्वद काबा के दक्षनी कोने में मौजूद लाली मिला हुआ एक काला पत्थर है जो ज़मीन से डेढ़ मीटर की उंचाई पर काबा की दिवार में लगा हुआ है. यहाँ यह बताते चलें कि शुरू में हजरे अस्वद का आकार तीस सेंटी मीटर के करीब था लेकिन अनेक घटनाओं की वजह से उस में परिवर्तन आता गया तथा अब अनेक साईज़ के केवल आठ छोटे छोटे टुकड़े बचे हैं जिन में सब से बड़ा छोहारे के आकार का है , यह तमाम टुकड़े करीब ढाई फिट के कुतर में जड़े हुए हैं जिनके किनारे चांदी के गोल चक्कर घेरे हुए है. इस की हिफाज़त के लिए सब से पहले जिसने उसे चांदी से गच दिया वो अब्दुल्लाह बिन जुबैर रज़ियल्लाहो अन्हो हैं फिर बाद के राजाओं महाराजाओं ने भी उस में सोने तथा चांदी मढ़वाये सब से अंत में सउदी अरब के राजा शाह सऊद ने इसे खालिस चांदी से मढ़वाया.<br />इस्लामी ईतिहास में हजरे अस्वद से एक नेहायत ही दुखद घटना जुडी हुई है, अबू ताहिर क़र्मोती (जिस का सम्बन्ध क्रामेता नामी शीई धर्म से था ) नाम के एक आक्रमणकारी ने सन ३१७ हिजरी में मक्का पर आक्रमण करके मक्का की पवित्रता को भंग कर दिया एवं काबा की बेहुरमती की एवं हाजियों को मार कर ज़मज़म के कुंवे में डाल दिया,तथा ज़मज़म के कुब्बे को गिरा दिया एवं काबा की दिवार को गिरा दिया तथा काबा की चादर को फाड़ कर अपने साथिओं में बाँट दिया एवं हजरे अस्वद को निकाल कर अपने साथ ले गया . बाईस वर्ष बाद सन 339 हिजरी में फिर दोबारा उसको उसके स्थान पर लौटा दिया गया<br />more<br />more<br /><br />http://abdulaleemsalafi.blogspot.com/2010/08/blog-post_7741.htmlविश्व गौरवhttps://www.blogger.com/profile/16394401203977249790noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-16561413927433808712011-01-19T22:07:57.129+05:302011-01-19T22:07:57.129+05:30"....मन्दिर का अर्थ ‘भवन‘ होता है ।
आजकल यह श..."....मन्दिर का अर्थ ‘भवन‘ होता है ।<br />आजकल यह शब्द केवल उस भवन के लिए बोला जाता है जहां ईश्वर की स्तुति वंदना और पूजा उपासना की जाती है ।<br />काबा भी ईश्वर की उपासना वंदना के लिए ही प्रयुक्त होता है । अतः उसे मन्दिर कहने में किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए..." <br /><br />Dear Anwar sir, your intension to bring communal harmony through this column might be good, May Allah knows best, but in general i differ at some extent regarding your definations.. You said A temle mean where mostly God is raised and Kaaba is also been worshipped for same purpose and so according to you it is okey to call kaaba as 'mandir' too.. But i found this comparision some what illogical.. We all know that a temle literally means a place where gods are been praised in the forms of idols or you can say it is a place where idol worships are done.. BUT Kaaba is not the place of idol worship.. No idol is been worshipped in kaaba in the form of God.. So it is quite wrong and illogical to call a kaaba as temple.. Literally it sounds ok, but in reality it is not so....Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00185717166751649443noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-10799326529381752572010-10-09T20:37:45.571+05:302010-10-09T20:37:45.571+05:30क्या काबा सनातन शिव मंदिर है
इस विषय से संबंधित द...क्या काबा सनातन शिव मंदिर है <br />इस विषय से संबंधित दो अच्छी पुस्तकें मैने पढ़ी है जिसका नाम एवं अध्याय संक्षेप में दे रहा हूँ साथ में लिंक भी<br />पुस्तक जो उर्दू जगत में तहलका मचा दिया-''अगर अब भी ना जागे तो<br />अध्याय-२ हिन्दू क़ौम का नबी पृष्ट-२९<br />अध्याय-३ क़ुरआन में हिन्दू क़ौम का उल्लेख पृष्ट-३६<br />अध्याय-५ सर्व प्रथम दिव्य ग्रन्थ वेद पृष्ट-६५<br />अध्याय-८ इस्लाम और हिन्दू धर्म- नामों की समानता पृष्ट-१ツ४<br />अध्याय-१४ वैदीक धर्म में काबे की हक़ीक़त पृष्ट-१३९<br />Free Download address <br /> http://www.scribd.com/doc/26191465/Agar-Ab-Bhi-Na-Jage-To<br /><br />इसी विषय से संबंधित एक और पुस्तक है -''क़ुरआन-वेद कितने दूर कितने पास<br />अध्याय-१ वेद और क़ुरआन का धर्म एक ही है पृष्ट-१४<br />अध्याय-२ आदि ग्रन्थों का : देवदूत सर्वमान्य है पृष्ट- १९ से ३२<br />Free Download address <br />http://www.scribd.com/doc/19135603/Quran-Ved-Kitne-Door-Kitne-Pastanveerhttps://www.blogger.com/profile/04625650280668361183noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-22791220066339060492010-07-26T22:09:19.955+05:302010-07-26T22:09:19.955+05:30व्यक्तिगत स्वतंत्रता की हद है और वह ये है कि सामूह...व्यक्तिगत स्वतंत्रता की हद है और वह ये है कि सामूहिक हितों को नुकसान न पहुंचे .DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-78626679704400419322010-07-26T17:49:24.665+05:302010-07-26T17:49:24.665+05:30me apne musslim bhaio se ek baat puchta hu ki aap...me apne musslim bhaio se ek baat puchta hu ki aap ya aapka dharm vyaktigat swatantrata (aajadi) ke bare me kya sochte heUnknownhttps://www.blogger.com/profile/00990692832546953695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-42628424255706277742010-03-23T20:16:16.093+05:302010-03-23T20:16:16.093+05:30मैं अपने सभी पाठकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं ...मैं अपने सभी पाठकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं और उनके प्रति भी जो मुझे नियमित रूप से नापसन्द का वोट देते हैं । उनकी नियमित आमद सराहनीय है ।<br />सबका आभार ।<br />हमारा तो मिज़ाज ये है कि <br />माना कि इस ज़मीं को न गुलज़ार कर सके <br />कुछ ख़ार कम तो कर गये , गुज़रे जिधर से हमDR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-24435318581617538142010-03-23T20:15:23.006+05:302010-03-23T20:15:23.006+05:30@प्रिय मोहक मुस्कान स्वामी भाई अमित जी ,
आपके सवाल...@प्रिय मोहक मुस्कान स्वामी भाई अमित जी ,<br />आपके सवाल के जवाब में मेरा चुप रहना मात्र इस कारण से है कि <br />1- मैं आपको खोना नहीं चाहता ।<br />2- दो आदमियों की बातचीत में ऐसे भी प्रसंग आ जाते हैं जो दूसरे लोगों को नागवार लगते हैं ।<br />3- इसीलिये मैंने आपको दो प्रश्नवीरों का हश्र सुनाकर सावधान करना अपना फ़र्ज़ समझा ।<br />4- आजकल मैं श्री मुरारी जी की सलाह मानकर ‘लहजा सुधार प्रैक्टिस‘ कर रहा हंू । आपको जवाब देता हूं तो मेरी प्रैक्टिस खण्डित हो जायेगी ।<br />... लेकिन आपके आग्रह को पूरा करने के लिए मैं आपको जवाब देने का प्रयास करूंगा ।DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-57888097368925402782010-03-23T20:14:09.084+05:302010-03-23T20:14:09.084+05:30@आदरणीय सीनियर सिटीज़न जनाब ए. बी. जी ,
एकता और सुध...@आदरणीय सीनियर सिटीज़न जनाब ए. बी. जी ,<br />एकता और सुधार की बातों को मानने के लिए हम प्रमाण नहीं मांगते ।<br />इस उम्र मंे आप पर अधिक लोड डालना वैसे भी ठीक नहीं । लोगों को ज़रूरत हुई तो आपकी बात के समर्थन में प्रमाण भी हम ही उपलब्ध करा देंगे । वैसे भी यह मुमकिन नहीं है कि पृथ्वी के केन्द्र पर एक अहम हिन्दू तीर्थ हो और उसका ज़िक्र वेदों और पुराणों में न हो ।<br />अलबत्ता हरेक महापुरूष के बारे में फैला दी गई अश्लील और बेहूदा कथाओं को विकार समझकर हम नकारते हैं । अब यदि आप या कोई दीगर आदमी उन्हें सत्य मानता है तो उनकी सत्यता के हक़ में प्रमाण दिया जाना ज़रूरी है । आप दें या कोई और , जो चाहे दे । हो सकता है कि हम ग़लत समझ रहे हों और हक़ीक़त कुछ और हो ।DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-85719835348262195542010-03-23T18:49:19.800+05:302010-03-23T18:49:19.800+05:30main bas itna hi kehna chahta hoon ki jo aap logo...main bas itna hi kehna chahta hoon ki jo aap logon ko samjhana chahte hain use logon ko nishpaksh ho kar dekhna aur samajhna chahiyeUnknownhttps://www.blogger.com/profile/10285035375580995826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-48547685352081972022010-03-23T18:40:09.841+05:302010-03-23T18:40:09.841+05:30'mnthn julai .1990 me is pr sprman aalekh chhp...'mnthn julai .1990 me is pr sprman aalekh chhpa hai 'bhart aur arb ke aitihasik smprk sootr ' lekhk hai agsty prishth hai 45 se 59 tk <br />dr. ved vyathitvedvyathithttps://www.blogger.com/profile/02253588002622732897noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-59785152556237288452010-03-23T18:35:21.307+05:302010-03-23T18:35:21.307+05:30mere piry bhai ydi aap apni jdon ko hi phchan leng...mere piry bhai ydi aap apni jdon ko hi phchan lengen to aap svym manvta vad ke murid ho jayenge jb aap khule mn se schchai ko svikar krne lgenge to sb smsya smapt ho jayegi itihas ki schchai bdi kdvi hai us ne nfrt hi nfrt di hai aap use bdhayen nhi apitu apni jdon ko to phchane aap ki do ya teen jyada se jyada char pidhi phle ka aap ka apna ithas kya tha kya aap ko vh bhi maloom hai aap door 2 ki to bat krte hai pr apni jd se pta nhi kyon kte hai khoj le unhe aur jan le ki aap bujurg bhi gnga maa ko shish nvate the mkkrshr bhgvan shiv ki aaradhna krte the kya yh itihas nhi hai bs itna si schchai ko janna hai <br />dr ved vyathitvedvyathithttps://www.blogger.com/profile/02253588002622732897noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-85482646893125038172010-03-23T17:56:20.684+05:302010-03-23T17:56:20.684+05:30गुरू जी अब तमाशाबीन जम गये हैं अब तमाशा शुरू किजिय...गुरू जी अब तमाशाबीन जम गये हैं अब तमाशा शुरू किजिये, आज काबा की हवा है तो क्यूं न आज काबा पर वह ज्ञान प्रस्तुत कीजिये जिसे पढकर जिनके मुंह खुले वह खुले रह जायेंगे जिनके बंद वह खुलना भूल जायेंगे <br /><br />वैसे आप मेरे से अधिक ज्ञानी हो उचित समय पर उचित निर्णय ले सकते हो और शायद ले भी चुके होंगे<br /><br />गुजारिश वही है इधर पढे लिखे भाई हैं शालीनता से बात कीजिये आपकी शालीनता की तो कसमें खायी जाने लगी है इस लिये शालीनता बनाये रखियेMohammed Umar Kairanvihttps://www.blogger.com/profile/06899446414856525462noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-70587096139420295402010-03-23T17:38:51.678+05:302010-03-23T17:38:51.678+05:30श्री ए.बी. जी ने हालांकि कोई मज़बूत शास्त्रीय प्रम...<b>श्री ए.बी. जी ने हालांकि कोई मज़बूत शास्त्रीय प्रमाण नहीं दिया है</b> <br /><br />चुनौती स्वीकार करो और पूछो जो पूछना है, अगर मांगे गए तो सभी प्रमाण दिए जायेंगे. एक बार मांग कर तो देखो.ab inconvenientihttps://www.blogger.com/profile/16479285471274547360noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-50356466243540672562010-03-23T16:50:57.047+05:302010-03-23T16:50:57.047+05:30kya blogiye baba ?????? is se achha to naai ki doo...kya blogiye baba ?????? is se achha to naai ki dookan khol leta ..kamai to ho jaatee...salo ko tail ke kuve mil gaye nahi to poora islaaam jagat hath me katora liye firta..allaha ke naam per dede baba...arbiya ke bhikhari bbhart rastra ko or badnaam kar rahe he?????Manhttps://www.blogger.com/profile/04207741457433540498noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-72030094492815366002010-03-23T16:45:20.222+05:302010-03-23T16:45:20.222+05:30balogiye baba ye bataiye ki har railway staion per...balogiye baba ye bataiye ki har railway staion per alllah ke nam se dede baba hi kyo milte he??????Manhttps://www.blogger.com/profile/04207741457433540498noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-24547828246385315522010-03-23T16:43:25.259+05:302010-03-23T16:43:25.259+05:30blogeeye baba ye batiye ki keval moordo ko hi ky p...blogeeye baba ye batiye ki keval moordo ko hi ky poojte ho aap...jindo ki seva honahi sakati aap se???Manhttps://www.blogger.com/profile/04207741457433540498noreply@blogger.com