tag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post1453761230975710074..comments2023-10-18T23:46:43.430+05:30Comments on Ved Quran: अब आप देख सकते हैं कि अपने पूर्वजों की ज्ञान चेतना का सच्चा वारिस कौन है ? Eternal TruthDR. ANWER JAMALhttp://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-48229945161092425132010-04-03T20:26:57.478+05:302010-04-03T20:26:57.478+05:30Bhai Desh Dharm wale ,भाई शाहनवाज़ , डा. अयाज़ , विच...Bhai Desh Dharm wale ,भाई शाहनवाज़ , डा. अयाज़ , विचारशून्य , विशाल और बहन फ़िरदौस समेत सभी लोगों का शुक्रिया ।DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-8552923244370895992010-04-03T20:25:48.961+05:302010-04-03T20:25:48.961+05:30@बहन फ़िरदौस के ख़याल पर भी एक नज़र डालना ज़रूरी मालू...@बहन फ़िरदौस के ख़याल पर भी एक नज़र डालना ज़रूरी मालूम होता है । उनका मानना है कि ‘वस्त्र बुराई की जड़ है ।‘<br />उनके इस ख़याल को ग़लत साबित करने के लिए इतना जान लेना ही काफ़ी है कि वे खुद भी कपड़े पहनती हैं । <br />लिबास इतनी बड़ी खूबी है कि दुनिया की हरेक सभ्यता में लिबास का इस्तेमाल किया गया है । जो जातियां जंगली मानी जाती हैं उनमें भी अपने अंग ढकने की परम्परा पाई जाती है । दुनिया की क़ौमों में इस बात पर तो मतभेद हो सकता है कि औरत और मर्द अपने जिस्म का कितना भाग ढकें लेकिन जिस्म ढकने को लेकर कोई मतभेद नहीं पाया जाता । <br />जिन मुल्कों ने न्यूड क्लब्स को मान्यता दे रखी है । उन मुल्कों में भी नंगई समर्थक सार्वजनिक स्थानों पर नंगे नहीं घूम सकते । <br />दुनिया के सारे अच्छे लोगों की लिस्ट बना लीजिये । आपको वे सभी लोग और उनके परिवार की औरतें लिबास पहने हुए दिखाई देंगी । <br />फ़ैशन मॉडल हो या कोई तवायफ़ हो , वह भी कपड़े पहनती है बल्कि बाज़ दफ़ा तो वे अपने फ़ैन्स की नज़र से बचने के लिए बुर्क़ा तक पहनती हैं ।<br />जितने लोगों ने बहन फ़िरदौस के लेख की सराहना की है , क्या वे अपने घर की औरतों को बुराई यानि कि कपड़ा छोड़ने की प्रेरणा देना पसन्द करेंगे ?<br />यदि न तो बहन जी ही वस्त्र त्याग कर सकती हैं और न ही उनके फ़ैन्स तो फिर इस लिखने और सराहने का फ़ायदा क्या है ?DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-3471847684167813852010-04-03T15:57:35.162+05:302010-04-03T15:57:35.162+05:30@राज साहब आपनेच बहुत अच्छा सवाल पूछा गेँद और बल्ले...@राज साहब आपनेच बहुत अच्छा सवाल पूछा गेँद और बल्ले की जँग मे बल्ला तो अपने पास ही रहता है इसलिए गेँद का ही ध्यान रखना पड़ता हैडाक्टर बाबूnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-18153364874799164752010-04-03T15:28:54.359+05:302010-04-03T15:28:54.359+05:30@ नन्दू गुजराती said...
क्या 'हिन्दू शब्द भार...@ नन्दू गुजराती said...<br />क्या 'हिन्दू शब्द भारत के लिए समस्या नहीं बन गया है?<br /><br />आपका पैदा होने से पहले क्या नाम था, होते ही क्या नाम था, अब क्या नाम है, माँ-बाप ने क्या नाम रखा और तुम्हारे दोस्तों ने क्या रखा और यह भी बताना की ब्लोगीर्स की दुनिया में मैं तुम्हारा नया नाम क्या रखू ............Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-44636750145998815662010-04-03T15:24:52.471+05:302010-04-03T15:24:52.471+05:30@ विशाल said...स्वामी दयानंद सरस्वती ने दाह संस्का...@ विशाल said...स्वामी दयानंद सरस्वती ने दाह संस्कार की जो विधि बताई <br /><br />विशाल बाबूजी आपका नाम विशाल है, तो थोडा विस्तृत सोचिये और मिश्र के पिरामिडों के बारे में जानकारी एकत्र कीजिये <br /><br />बस एक ही धुन जय-जय भारतAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-61315455353410275412010-04-03T15:17:14.123+05:302010-04-03T15:17:14.123+05:30@ MR. राज जी , आप जैसे करोड़ों- अरबों आये और चले ...@ MR. राज जी , आप जैसे करोड़ों- अरबों आये और चले गए ना तो वो खूबसूरती रख पाए और ना ही सख्ती !<br />आदमी खूबसूरत होता है अपने विचारों और बदसूरत भी होता है अपने विचारों से !<br />बुरा मत मानियेगा आप अपनी माँ के लिए, बहन के लिए खूबसूरत हैं चाहें आप कैसे भी हों, क्योंकि आप के पास सख्ती जो है !<br />जब आप पैदा हुए तो आपके पिताजी ने, पड़ोसियों ने और रिश्तेदारों ने भी कभी ना कभी कहा होगा- कितना खूबसूरत बच्चा है - उस समय भी तो आप के पास सख्ती थी!<br />बची बुर्के वाली बात वो आपको गुरूजी समझा देंगे और नहीं समझाते तो मैं समझा दूंगा !<br /><br />जय हिंद !Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-43046366384965321442010-04-03T14:25:23.678+05:302010-04-03T14:25:23.678+05:30GuruJi, Thank u very much for your answer
Bahut A...GuruJi, Thank u very much for your answer<br /><br />Bahut Achchha likha hai aapaneAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-29951602735037499442010-04-03T14:20:30.832+05:302010-04-03T14:20:30.832+05:30नाइस पोस्टनाइस पोस्टAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-28943460865856096062010-04-03T14:13:39.169+05:302010-04-03T14:13:39.169+05:30इसकी एक ताज़ा मिसाल श्री कृष्ण जी हैं । एक महान व्य...इसकी एक ताज़ा मिसाल श्री कृष्ण जी हैं । एक महान व्यक्तित्व के बारे में ऐसी बातें जोड़ दी गईं जो वास्तव में उन्होंने कभी की ही नहीं । वे पवित्र थे । उनका चरित्र भी पवित्र था । उनके बारे में ग़लत बातें बाद में ईजाद की गईं । यही गलत बातें विकार कहलाती हैं । महापुरूष कभी ग़लत आचरण नहीं करते क्यों कि वे जानते हैं कि समाज उनका अनुकरण करता है । श्री कृष्ण जी ने इस बात को गीता जी में बताया भी हैRashmig Ghttps://www.blogger.com/profile/01370992901609922433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-15533633332941859802010-04-03T14:12:54.199+05:302010-04-03T14:12:54.199+05:30Very nice post! bahut hi achha likha hai Dr. Anwar...Very nice post! bahut hi achha likha hai Dr. Anwar sahab. <br /><br />Sarv-Dharm Sadbhav ki aaj hamare Desh ko bahut aavashyakta hai.<br /><br />Dhanywad!Rashmig Ghttps://www.blogger.com/profile/01370992901609922433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-13778583016009891682010-04-03T13:28:17.963+05:302010-04-03T13:28:17.963+05:30very well going dr saab aur haan ye bevakoof raj k...very well going dr saab aur haan ye bevakoof raj ke pass topic pe likhne ke liye kuch nahi hai main to ise semi scholar samajhta tha par ye toh quater scholar bhi nahi hai topic less.Unknownhttps://www.blogger.com/profile/10285035375580995826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-76537910614222331222010-04-03T12:46:14.602+05:302010-04-03T12:46:14.602+05:30please batana qabar banane men kitna kharch aata h...please batana qabar banane men kitna kharch aata he Chita ka kharch men batata hoon<br /><br />स्वामी दयानंद सरस्वती ने दाह संस्कार की जो विधि बताई है वह विधि दफ़नाने की अपेक्षा कहीं अधिक महंगी है। जैसा कि स्वामी जी ने लिखा है कि मुर्दे के दाह संस्कार में “शरीर के वज़न के बराबर घी, उसमें एक सेर में रत्ती भर कस्तूरी, माषा भर केसर, कम से कम आधा मन चन्दन, अगर, तगर, कपूर आदि और पलाष आदि की लकड़ी प्रयोग करनी चाहिए। मृत दरिद्र भी हो तो भी बीस सेर से कम घी चिता में न डाले। (13-40,41,42)<br />स्वामी दयानंद सरस्वती के दाह संस्कार में जो सामग्री उपयोग में लाई गई वह इस प्रकार थी - घी 4 मन यानी 149 कि.ग्रा., चंदन 2 मन यानि 75 कि.ग्रा., कपूर 5 सेर यानी 4.67 कि.ग्रा., केसर 1 सेर यानि 933 ग्राम, कस्तूरी 2 तोला यानि 23.32 ग्राम, लकड़ी 10 मन यानि 373 कि.ग्रा. आदि। (आर्श साहित्य प्रचार ट्रस्ट द्वारा प्रकाषित पुस्तक, ‘‘महर्शि दयानंद का जीवन चरित्र’’ से) उक्त सामग्री से सिद्ध होता है कि दाह संस्कार की क्रिया कितनी महंगी है।Satish Chand Guptahttps://www.blogger.com/profile/08195830060552522844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-17334659555165903652010-04-03T11:00:13.923+05:302010-04-03T11:00:13.923+05:30आपको बार बार पूर्वजो का सम्मान करने की बात का ढिं...आपको बार बार पूर्वजो का सम्मान करने की बात का ढिंढोरा क्यों पीटना पड़ता है,<br />बंधु जो सम्मान करता है उसे यह बार बार बतलाने की जरुरत नहीं पड़ती की मै फलाने का सम्मान कर रहा हूँ , बल्कि उसके निर्मल मन की झांकी उसके कर्म-वचन से ही मिल जाती है.<br />आपका सम्मान करने का अंदाज तो सिर्फ ऐसा लगता है जैसे किसी घोर-शत्रु की मृत्यु पे लोकलाज की खातिर श्रृद्धा सुमन अर्पित करने पड रहे हो.<br />और इसकी जरूरत आपको नहीं है क्योंकि आप जिस अज्ञान के वशीभूत होकर जिस निर्मल धारा को सुखाने की कोशिश कर रहे है. वह ना कभी सूखी थी ना आगे कभी सूखेगी.<br /><br />सवाल तो काफी है ,पर इन दो मुख्य सवालों का ज़वाब अभी दे दीजिए, क्योंकि विकार रहित तो दोनों घर एक ही साथ होने चाहिये ना.<br />इनके बाद जैसे जैसे समय मिलेगा जिज्ञासाओ को आपके सामने रखता रहूँगा.<br />१.हज यात्री जो सरकारी सब्सिडी से हज के किये जाते है.तो उनकी वह यात्रा मालिक के दर पे कुबूल है या रद्द है ?<br />२. और अगर कबूल है तो किस प्रकार है ,और रद्द है तो फिर इस विकार को दूर करने के लिए ब्लॉग पे पोस्ट कब लिख रहे है,और समाज में जाकर इस विकार को दूर करने के लिए अभियान कब चला रहे है ?<br />३.क्या आप मुसलमानों द्वारा खोले गए किसी अस्पताल (सिर्फ हकिम्खाना नहीं जहाँ सिर्फ मुसलमानों का ही इलाज होता हो )<br />या धर्मशाला (मुस्लिम मुसाफ्हिर्खाना नहीं जहाँ सिर्फ मुस्लिम ही ठहर सकतें हों ) या अन्य सेवा कार्यों का विवरण बतला सकतें हैं ,<br />की ऐसे सेवा कार्य देश में कहाँ कहाँ चल रहें हैं ?Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-77186343255837222612010-04-03T09:24:30.811+05:302010-04-03T09:24:30.811+05:30firdos baji bhi yahan pur aati haifirdos baji bhi yahan pur aati haiAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-56063231266144397682010-04-03T09:21:44.524+05:302010-04-03T09:21:44.524+05:30:-@यह आपने क्या राज़ की बाते छेड़ दी:-@यह आपने क्या राज़ की बाते छेड़ दीAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-61054918147781712422010-04-03T01:51:47.867+05:302010-04-03T01:51:47.867+05:30मित्रो कभी ऐसे सवाल किसी इम्तिहान में मिल जायें जै...मित्रो कभी ऐसे सवाल किसी इम्तिहान में मिल जायें जैसे नीचे देखेंगें तो आप क्या जवाब दोगे? मैं जवाब में क्या लिखूंगा, पढ लो, फिर किसी पेपर में छूट हो कि आप भी सवाल कर लो तो आखिर में अपना सवाल रख दूंगा, ऐसे मैं पास होउंगा या फेल पता नहीं, अपना मशवरा दिजियेगा<br /><br />हमारा सवाल : पुरुष अपनी बदसूरती कैसे छुपाएं...??? (क्या बुर्क़ा पहनकर...???) <br />दूसरा सवाल : पुरुष अपने सौन्दर्य को कैसे महफूज़ रखें...? (क्या बुर्क़ा पहनकर...???) <br /><br />पहले सवाल का जवाबः<br />महिलाओं को ताज चाहिये न तख्त उसे चाहिये सख्त, इस लिये पुरूष को अपनी बदसूरती छुपाने की आवश्यकता ही नहीं, उसकी सारी खूबसूरती सख्ती में है, वह कितना ही बदसूरत हो लेकिन सख्त रखता हो तो वह खूबसूरत है, और अगर सख्ती नहीं रखता तो कितना ही खूबसूरत हो सब बेकार<br /><br />दूसरे सवाल का जवाबः<br />पुरूष का सारा सौन्दर्य भी सख्ती में ही है और उसे सभी धर्मी अधर्मी बुर्के में रखते हैं, सबका उसे बुर्के में रखना ही साबित करता है वह ऐसे ही छुपा के रखने में ही महफूज है, खुला रखें तो पता नहीं किसकी बूरी नजर पड जाये और कब किसी ने पकडा और लगा लिया सुईच बोर्ड में और कर ली जन्नत की सैर <br /><br />मेरा सवालः <br />जब धन्नो गिरजा गेंद-बल्ले का खेल खेलती है तो आप क्या देखते हैं गेंद या बल्ला?Raj kungnanihttps://www.blogger.com/profile/11703139295180639280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-29783128999219534692010-04-03T01:08:18.308+05:302010-04-03T01:08:18.308+05:30पूर्वजों की ज्ञान चेतना का सच्चा वारिस तू हैपूर्वजों की ज्ञान चेतना का सच्चा वारिस तू हैUnknownhttps://www.blogger.com/profile/17786690904567518552noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-67049613619798104602010-04-03T01:05:47.200+05:302010-04-03T01:05:47.200+05:30अबे यह बताना तेरा काम नहीं तू अपनी डोकटरी करअबे यह बताना तेरा काम नहीं तू अपनी डोकटरी करmukhttps://www.blogger.com/profile/09951182064965102575noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-35329403668720501132010-04-03T01:00:35.734+05:302010-04-03T01:00:35.734+05:30theek kehte ho,,krishna bare men hamen jo suune ko...theek kehte ho,,krishna bare men hamen jo suune ko milta he yaqeen nahin hotaAslam Qasmihttps://www.blogger.com/profile/17354036926492989803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-85728252775073198372010-04-02T23:10:07.478+05:302010-04-02T23:10:07.478+05:30आपने SHRI KIRSHAN जी पर लगाए झूठे इल्ज़ामो का बहुत...आपने SHRI KIRSHAN जी पर लगाए झूठे इल्ज़ामो का बहुत सही जवाब दिया है सच है जो बाते हम अपने बाप दादा के साथ नही जोड़ सकते उन्ही बातो को हम महापुरुषो के साथ जोड़कर उनका जूलूस कैसे निकाल सकते हैAyaz ahmadhttps://www.blogger.com/profile/09126296717424072173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-13733780432594311032010-04-02T23:08:13.889+05:302010-04-02T23:08:13.889+05:30मैंने इस ब्लॉग पर अभी तक दो ही रंग देखे हैं या तो ...मैंने इस ब्लॉग पर अभी तक दो ही रंग देखे हैं या तो हरा या फिर केसरिया। अरे कभी इन दो रंगों को छोड़ कर रंगहीन भी तो हो जाओ तभी तो तिरंगा पूरा होगा।VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-89451797862411587732010-04-02T22:35:19.375+05:302010-04-02T22:35:19.375+05:30This comment has been removed by the author.फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4259576974473302844.post-51790945889325670802010-04-02T21:20:34.844+05:302010-04-02T21:20:34.844+05:30achha ji bahut achha hai aaj tom ji .achha ji bahut achha hai aaj tom ji .Laddu jihttp://vedquran.blogspot.com/2010/04/eternal-truth.htmlnoreply@blogger.com